
नगर पालिका दुग्गड़ा में सालों बाद भी ट्रेंचिंग ग्राउंड की कोई व्यवस्था नहीं है. नगर का कूड़ा- कचरा सरेआम जंगलों के भीतर और नदी में डाल दिया जाता है. जिसका नतीजा है कि क्षेत्र से होकर गुजरने वाली खोह नदी प्रदूषित हो चुकी है. नदी किनारे कूड़े का अंबार लग चुका है, लेकिन नगर पालिका प्रशासन अपनी आंखे मूंदे बैठा है. वहीं पालिका की ओर से नगर में बनाए गए सार्वजनिक शौचालयों की गंदगी भी नदी में डाली जाती है. जिसपर किसी का कोई अंकुश नहीं है. बता दें कि खोह नदी कभी कोटद्वार और उसके आसपास के इलाकों में पेयजल और सिंचाई का प्रमुख स्रोत हुआ करती थी लेकिन आज नदी के हालात बदल चुके हैं और नदी में सिर्फ गंदगी दिखाई पड़ती है. कोटद्वार एसडीएम कमलेश मेहता का कहना है कि ट्रेंचिंग ग्राउंड के लिए जमीन चयनित कर ली गयी है, जबकि टॉयलेट को बंद करने के आदेश दिए जाएंगे. (रिपोर्ट - अनुपम कोटद्वार)
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