दलजीत कौर, कपूरथला में पैरा लीगल वॉलेंटियर है. फ्रंट ऑफिस में बैठकर वो लोगों को कानूनी सलाह देती है. दलजीत को यह नौकरी पंजाब के चीफ जस्टिस के ज़रिए मिली जिनके पास एक दिन एक चिट्ठी आई. चिट्ठी में लिखा था - 'या तो मुझे किसी तरह की नौकरी दीजिए, या फिर मुझे मर जाने की इजाज़त दीजिए. मैं ऐसी ज़िंदगी नहीं जीना चाहती.'
Human Story : 'एसिड हमले का निशाना कोई और थी, शिकार बनी मैं'
Reviewed by Sailesh kumar
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12:01 AM
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